Description
तेजी से बदलती दुनिया में और कुछ बदले चाहे न बदला लेकिन रिश्तों का बुनियाद बहुत तेजी से बदल रहा है। मोहब्बत के माइने और पैमाने दोनो संतुलन के प्रयास में अपना अस्तित्व खोते नजर आ रहे है। Expression और Reflection आसान हो गया है मगर बढ़ते Expectation में रिश्तों की बुनियाद ढ़ीली पड़ती नजर आ रही है।
मिथुन राशीवाली आकांक्षा जमाने के साथ-साथ चलने वाली डिजाइनर है। हर नये प्रकृति को रचनात्मकता में जगह देना उसकी विषेशता है। मीन राशिवाला अजय अपने मुताबिक जीने वाला। जमाने की परवाह किये बिना जीने वाला एक एडीटर और लेखक है।
इन दोनों की जान पहचान की कहानी बहुत दिलचस्प है। उतनी ही गहराई में इनकी जिंदगी करवटे लेती है। रिश्ते की नाव तूफानों को झेल-झेल कर लगभग टूट चुकी है। मगर कुदरत का खेल हमेशा अजनबी सा होता है। जिंदगी में रिश्तें लहरों की तरह होते हैं। बार-बार किनारे से टकराते हैं। कभी मंजिल मिलती है और कभी शायद नहीं भी। देखना ये है कि इनकी जिंदगी में कितनी करवटे हैं और किनारा मिलता है या नहीं।
ये कहानी वास्तविकता का आइना है और इसके किसी पात्र में आप खुद को ढूंढ ही लेंगे। बहुत बार आपकी आँखे नम होगी। लेकिन अक्सर आप ख़ुशी से मुस्कुरायेंगे। शायद कुछ सीखेगें और कहीं रिश्तों की दरार के कारण को समझ जायेंगे। एक बात तो तय है इस किताब को पढ़ने के बाद आप बदल जायेंगे। और आपको रिश्ते में छिपे हीरे की रौशनी साफ नजर आयेंगी।
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