Description
दिल वालों के भारत के दिल में बसे इक शहर की ये कहानी, कहानी एक मुहब्बत की, कहानी दो दिलों की. दिल! दिल, इस ही से तो शुरू होता है, हर फ़साना; इस ही पर तो मुकम्मल होती है हर मुहब्बत. हर एहसास का ठिकाना, हर दिल्लगी की रहगुज़र, ये दिल. मिलिए राजीव और सरगम से, आपकी अपनी ज़िन्दगी से इत्तेफ़ाक रखती उनकी ज़िन्दगी से, कुछ हकीकतों से, बेहद और बेशर्त मुहब्बत से और इक ख़्वाहिश से, मुहब्बत की इस खूबसूरत दास्ताँ ख़्वाहिश में…
About the Author
हिंदी भाषा में उपन्यास ख़्वाहिश, खरे इंग्लिश एकेडमी की डायरेक्टर सुश्री आयुषी खरे की तीसरी किताब है. ख़्वाहिश से पहले,अंग्रेज़ी भाषा में लेखिका आयुषी खरे का उपन्यास ‘हमसफ़र’ एवं अंग्रेज़ी में ही एजुकेशनल रेफ़रेंस बुक ‘हैंडबुक ऑफ़ इंग्लिश लैंग्वेज’ नाम से बुक्स प्रकाशित हो चुकी हैं, जिन्हें पाठकों से बेशुमार मुहब्बत एवं सराहना मिल रही है. इंग्लिश लिटरेचर से शिक्षित, एवं शिक्षण के क्षेत्र में कार्यरत लेखिका आयुषी खरे मानती हैं कि व्यक्ति एवं उससे जुड़े समाज के सशक्तिकरण में शिक्षा की अहम् भूमिका होती है. इस विचार के साथ वे विशेषतः महिलाओं को खरे इंग्लिश एकेडमी के माध्यम से इंग्लिश एजुकेशन प्रदान कर सशक्त करने प्रयासरत रहती हैं. लेखन एवं शिक्षण के साथ आयुषी पत्रकारिता के क्षेत्र में सतत कार्यरत हैं.अपने प्रोफेशन को निष्ठा से निभाने के साथ साथ लेखिका आयुषी एक एनिमल वेलफेयर एक्टिविस्ट भी हैं, एवं पर्यावरण संरक्षण की प्रेरक भी.
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