Description
यह कहानी एक शायर के जीवन पर आधारित है ।
° वह शायर जिसने प्यार की परिभाषा को अपनी शायरी से पारिभाषित किया ।
° वह शायर जिसकी विरह और उदास शायरी सुनने वालों को एक अलग ही दुनिया में ले जाती है
° वह शायर जिसने शायरी को नहीं चुना बल्कि शायरी ने शायर को चुना था ।
° वह शायर जो भगवान पर तो अटूट विश्वस रखता था लेकिन अंधविश्वास से परहेज करता था ।
° वह शायरी जिसने उसे शोहरत तो दी लेकिन वो दौलत ना दे सकी जिसका वो हकदार था ।
° वह शायरी जिसने अंत तक उस शायर का साथ निभाया और उसे इस दुनिया में अमर कर दिया ।
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