Description
ABOUT THE BOOK
महिला मुद्दों पर लिखने की मेरी ख्वाहिश शुरू से ही थी। में शिक्षित वर्ग से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से यह उम्मीद रखता हूं, कि वह महिला मुद्दों पर खुलकर बोले। असूर्यपश्या कहानी की मुख्य किरदार है एक 17 वर्ष की 12वीं की छात्रा,जो कई सपने सजाए मेहनत से दिन-रात पढ़कर अपने लक्ष्य को पाना चाहती है। इसके लिए वह बिना लक्ष्य से भटके कर्मवान भी बनी है। पर अचानक एक दिन एक तूफान उसकी जिंदगी को कई उथल-पुथल में उलझा देता है।इसके बाद उस पर और उसके माता-पिता पर क्या-क्या मानसिक हालात गुजरते हैं इसी पर आधारित है पूरी कहानी। मेरा यह प्रथम प्रयास आप सभी को पसंद आएगा,मे ऐसी आशा करता हूँ। हम सभी को महिला मुद्दों पर बात करनी चाहिए ।
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