Description
ABOUT THE BOOK
“अंतर्मन की सरगम” दीपक आहूजा की पहली पुस्तक है, और इसमें 108 कविताएँ हैं। यह संग्रह इनके लेखक बनने के सफ़र की शुरुआत है। उन्होंने इस संग्रह की सभी रचनाओं को, बहुत शिद्दत और हृदयतल से लिखा है। इसमें लिखी रचनाएँ कभी प्रोत्साहित करती हैं, कभी सोचने पर मजबूर, कभी जीवन के दर्द को दर्शाती हैं, तो कभी मीठे से एहसास दे जाती हैं। हर एक अनुभूति और भावना का इस संग्रह में स्थान है। यह संग्रह इनकी अंतर्मन की सरगम की पहचान है।
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