Description
इस पुस्तक की यात्रा में जीवन के हर प्रकार के घटना और रंग बदलती इस दुनिया को अपने शब्दों में बुनने का प्रयास किया है। इस पुस्तक में प्यार, जिंदगी, अधूरे सपनें, मोटीवेशन और बचपन के खुशनुमा पल को कविता, ग़ज़ल, गीत और शायरी के माध्यम से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। हर उम्र के लोगों के लिए अनकहे जज्बात पढ़ना एक अच्छा अनुभव होगा। आप अपने बीते कल और अभी की जीवन को हर कविता में महसूस कर सकते हैं।
About the Author
हर्ष सिन्हा का जन्म 3 जुलाई 2001 को बिहार के मुजफ्फरपुर में हुआ। और यही से अपनी प्रारंभिक शिक्षा की शुरुआत की। सनशाईन से 2017 में 10th पास करने के बाद, अपने ही शहर से 2019 में अच्छे अंकों के साथ बारहवीं में पास किए। यह हर्ष सिन्हा की पहली पुस्तक है। स्कूल, बचपन और प्रेम को बहुत दिल से महसूस कर के लिखी गई इनकी पहली किताब है। इनके पिता श्री दीपक प्रसाद, सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं।
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